हमार बेटवा सोना

है हमार बेटवा तो सोना,न चिल्लाय न जानै रोना।सब जगह घूमै कोना-कोना,न लाग जाय वहिका टोना।। एक दिन आई एक चिरइया,चहकै लाग भइया, भइया, भइया।हम गाई, तुम नाचौ ता ता थइया,गावत-गावत थक गय हाय दइया।। दुवारे बोलावै एक उज्जर गइया,गटई मा लटकत रहय गेरंइया । सबसे पूछै कहाँ गा हमार भइया,बोलाओ तो लै लेई बलइया।। … Read more

असली

  रोज़ रोज़ की हबड़-तबड़ में, सब कुछ पाने की भगदड़ में । हरदम खोया-खोया लगता हूँ, खुदगर्जी के नशे में सोया लगता हूँ ।।   कभी इनके, कभी उनके बहकावे में, झूठी शान और फर्जी दिखावे में । रहता मशगूल, खूब काम करता हूँ, ऐसे ही जिंदगी अपनी तमाम करता हूँ ।।   कभी … Read more

Birthday Today, December, 31: Krishna Vallabh Sahay, Fourth Chief Minister of Bihar

Krishna Ballabh Sahay A freedom fighter and ex-Chief Minister of Bihar, Krishna Ballabh Sahay was born on 31st December, 1898 at Sheikhpura, Bihar. His father Munshi Ganga Prasad was a Daroga under British rule. He got his education in Hazaribagh. He had much interest in English language and literature. This interest earned him Sir Edward … Read more

पत्ते

पत्ते
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धूप में जलते सूखते पत्ते,
सूखकर, टहनियों से टूटते पत्ते ।
टूटकर गिरते बिखरते पत्ते,
जीवन से फिर भी नहीं रूठते पत्ते ।।

गिरकर मेघों को तकते पत्ते,
वर्षा-जल में भीगते गलते पत्ते ।
गल-गलकर मिट्टी में मिलते पत्ते,
जीवन को कभी नहीं छलते पत्ते ||

मिट्टी-पानी से जब सनते पत्ते,
सन-सनकर खाद बनते पत्ते ।
गिरते बीजों को तब जनते पत्ते,
नव-पादप कि बुनियाद बनते पत्ते ।।

हरदम जीते, नहीं कभी मरते पत्ते,
बीज, टहनी, फलों में उतरते पत्ते ।
सृष्टि रचते, सृष्टा को भजते पत्ते,
स्वयं अमर सबको अमर करते पत्ते ।।
-विजय शुक्ल

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