भाग्य-उद्धारक

अंग्रेजी में पढ़ें   एक नदी बहुत दिनों से खोई थी, कुछ पत्थरों, कंकड़ों पर सोई थी । फल की आशा भी नहीं कोई थी, क्योंकि याद नहीं बीज क्या बोई थी ॥   तभी सूरज ने धरा को और तपाया, जल-श्रोत सुखाए, बूंद-बूंद को तड़पाया । सूर्य-रश्मियों ने पवन को भड़काया, जल-जल कर पेड़ों … Read more

आँखों पर पट्टी

Read in English   आँखों पर पट्टी खुद से बांध डाला, फ़िर निकला घर से सब भूला-भाला। मैं चकित, क्यों है सब काला-काला, कहाँ रह गया सूरज? कहाँ है उजाला?   गर है अभी रात, तो ये शोरगुल कैसा? कौन है जो चीखा, चिल्ला रहा भूतों जैसा। खो गया उन गलियों में और डरा मैं … Read more

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