आँखों पर पट्टी

Read in English   आँखों पर पट्टी खुद से बांध डाला, फ़िर निकला घर से सब भूला-भाला। मैं चकित, क्यों है सब काला-काला, कहाँ रह गया सूरज? कहाँ है उजाला?   गर है अभी रात, तो ये शोरगुल कैसा? कौन है जो चीखा, चिल्ला रहा भूतों जैसा। खो गया उन गलियों में और डरा मैं … Read more

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